०९/०७/२०२०
प्रिया पाठकगण,
नमस्ते 🏻
ये चार पंक्तियाँ मैंने गुरु पूर्णिमा की रात (०५/०७/२०२०) को हुई बारिश से प्रेरित होकर लिखी है। आशा करती हूँ आपको पसंद आएगी।
ऐ बारिश.... ️
देख रही हूँ तुझे दूर से ही, ऐ
क्यूँ कि छूना मना है।
वरना जी तो बहुत करता है
तुम्हें गले लगाने को।
meना
Shandar Meena
ReplyDeleteThank you ji :)
DeleteSuper
ReplyDeleteThank you.
DeleteGood
ReplyDeleteThank you.
DeleteTune mere dil ki baat kah di. Infact, I felt like calling you to say that let's enjoy the rain but second thought of corona stopped me to do so.
ReplyDeleteThank you so much Ma'am. Since we can't enjoy many things due to corona ( rain too ), I expressed it this way.
Delete