Hindi Poems... more feelings than words.....
०३/०९/२०२१
व्यर्थ है तरसना बड़ी ख़ुशियों को
जब छोटी-छोटी ख़ुशियाँ हैं मुझे बुलाएँ।
बारिश, पकोड़े और चाय
मिल जाएँ ये तीन
तो दिन बन जाए।
meना
No comments:
Post a Comment