Friday, September 3, 2021

छोटी-छोटी ख़ुशियाँ



०३/०९/२०२१


व्यर्थ है तरसना बड़ी ख़ुशियों को 

जब छोटी-छोटी ख़ुशियाँ हैं मुझे बुलाएँ।

बारिश, पकोड़े और चाय 

मिल जाएँ ये तीन 

तो दिन बन जाए। 






 






meना


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