०५/०९/२०२०
साल दो हज़ार बीस ऐसा आया,
साथ अपने महामारी लाया।
कोरोना ने सबका, दिल दहलाया,
हमें, अपने घरों में बंद करवाया।
फिर, सब ने कमर कस ली अपनी,
डॉक्टर हो या, हो पुलिस कर्मी।
ये सब, इस लिए योद्धा कहलाए,
अपने हिस्से का, सम्मान ये पाए।
भूल गए हम उस, एक योद्धा को,
जिसने संवारा देश के भविष्य को।
जी हाँ, वो कोई और नहीं है,
अपना प्यारा शिक्षक ही है।
यूँ तो शिक्षक है सदा आदरणीय,
२०२० ने बना दिया उसे, अविस्मरणीय।
लॉकडाउन में जहाँ, बंद था सबका काम,
शिक्षक ने नहीं किया, पल भर आराम।
ऑनलाइन शिक्षा क़तई नहीं आसान
पर, हार न मानने की, ली थी उसने ठान।
सीखा और समझा नयी तकनीक को,
कठिन ज्ञान को, किया सुलभ वो।
कई व्यंग हुए, चुटकुले भी बने,
ऑनलाइन शिक्षा पर, कसे गए ताने।
इस पर भी, शिक्षक रुका नहीं,
चाहे कुछ हो, वह झुका नहीं।
देख शिक्षक की ऐसी लगन,
धरा पे, झुक जाएगा गगन।
बच्चे करते हैं, जिनका अनुगमन,
ऐसे शिक्षक को है, मेरा नमन।
meना
सभी शिक्षकों को मेरी तरफ़ से, शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। Happy Teachers’ Day 🏻
इस पर भी, शिक्षक रुका नहीं,
चाहे कुछ हो, वह झुका नहीं।
देख शिक्षक की ऐसी लगन,
धरा पे, झुक जाएगा गगन।
बच्चे करते हैं, जिनका अनुगमन,
ऐसे शिक्षक को है, मेरा नमन।
meना
सभी शिक्षकों को मेरी तरफ़ से, शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। Happy Teachers’ Day 🏻
Lajawaab 👌
ReplyDeleteThank you.
Deletenice 👌
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