Saturday, September 19, 2020

ऐ बंदे ....


                                                                                                                                              १८/०९/२०२० 


होते रहेंगे सब काम, अपने तय समय पर 

बस, तू करना छोड़ दे।

बँटेंगी ज़िम्मेदारियाँ भी, सही वक़्त आने पर 

बस, तू बनना छोड़ दे।

meना 

    

Saturday, September 5, 2020

शिक्षक साल २०२० का



०५/०९/२०२०


साल दो हज़ार बीस ऐसा आया,
साथ अपने महामारी लाया।
कोरोना ने सबका, दिल दहलाया,
हमें, अपने घरों में बंद करवाया।

फिर, सब ने कमर कस ली अपनी,
डॉक्टर हो या, हो पुलिस कर्मी।
ये सब, इस लिए योद्धा कहलाए,
अपने हिस्से का, सम्मान ये पाए।

भूल गए हम उस, एक योद्धा को,
जिसने संवारा देश के भविष्य को।
जी हाँ, वो कोई और नहीं है,
अपना प्यारा शिक्षक ही है।

यूँ तो शिक्षक है सदा आदरणीय,
२०२० ने बना दिया उसे, अविस्मरणीय।
लॉकडाउन में जहाँ, बंद 
था सबका काम,
शिक्षक ने नहीं किया, पल भर आराम।

ऑनलाइन शिक्षा क़तई नहीं आसान
पर, हार न मानने की, ली थी उसने ठान।
सीखा और समझा नयी तकनीक को,
कठिन ज्ञान को, किया सुलभ वो।

कई व्यंग हुए, चुटकुले भी बने,
ऑनलाइन शिक्षा पर, कसे गए ताने।
इस पर भी, शिक्षक रुका नहीं,
चाहे कुछ हो, वह झुका नहीं।

देख शिक्षक की ऐसी लगन,
धरा पे, झुक जाएगा गगन।
बच्चे करते हैं, जिनका अनुगमन,
ऐसे शिक्षक को है, मेरा नमन।

meना




सभी शिक्षकों को मेरी तरफ़ से, शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।  Happy Teachers’ Day 🙏🏻

Tuesday, September 1, 2020

तुम्हारा बरसना 🌧

                                                                                                                                          ३१/०८/२०२०


बरसती हो तुम जब भी ज़ोरों से
खींचती हो मुझे अपनी ओर ऐसे
कान्हा की मुरली बजती हो
गोपियों के लिए जैसे।

हर बार तुम्हारा बरसना
घर में ही मेरे पैरों का थिरकना।
संगीत कोई सुनाती हो जैसे
मन झूम उठता है धुन पे ऐसे।

जिस ओर देखो हरियाली है छाई
जो तुम्हारी बदौलत है पाई।
डराता है रौद्र रूप तुम्हारा
न धारण करो ऐसा रूप कि हो तबाही।

बस नहीं चलता दिल पे मेरा
निहारती रहूँ यह सौंदर्य प्यारा।
छोड़ दूँ घर के काम सारे
और देखती रहूँ नृत्य तुम्हारा।

meना