Meना’s Poems
Hindi Poems... more feelings than words.....
Monday, September 2, 2024
आओ सखी…..अच् सखी
Friday, August 2, 2024
वृष्टि
02/08/‘24
मेरी यह कविता उस विशेष व्यक्ति (लक्ष्मी मैडम) को समर्पित है जो कि न केवल मेरे लिए अपितु मेरी जैसी कई महिलाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत रही हैं। आज उनसे बिछड़ने के भाव को इस कविता के माध्यम से आप सब के समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ; जिसकी प्रेरणा आज सुबह से हो रही बारिश ने दी है। आशा करती हूँ कि यह आपको पसंद आएगी। आप अपने विचार comment के ज़रिये व्यक्त कर सकते हैं। धन्यवाद 🙏🏻
तैयारी थी रोज़ आने की
पर आती न थी तुम
आज आई हो जब मन है
दुख के सागर में गुम।
क्या तो दिन चुना है बरसने का, क़सम से
जब बिछड़ रहा है कोई अपना हमसे
औरों के लिए होगी तुम वृष्टि, पर
इन आँखों का कार्य आज हो रहा तुमसे।
इन आँखों का कार्य आज हो रहा तुमसे। ⛆☔😢
meना
Tuesday, October 25, 2022
ये सड़क…..
Thursday, October 13, 2022
ऐसा क्यूँ?
Tuesday, October 11, 2022
Monday, September 5, 2022
आसान नहीं एक शिक्षक होना….
०५/०९/२०२२
आज, इस शिक्षक दिवस पर, मैं अपने सभी शिक्षकों को सादर नमन 🙏🏻 करती हूँ। और, उन्हें और दुनिया के सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देती हूँ। 🙏🏻😊
संघर्ष भरा जीवन है जिसका
पर, दिखता फूलों पे चलने सा।
स्वयं को दीपक सा जलाता
प्रकाश ज्ञान का है फैलाता।
सदैव खुद को अद्यावधिक रखता
सीखने की खिड़की सदा खुली रखता।
छात्रों पे ममता बरसाता
साथ ही उनमें संस्कार पिरोता।
भूल जाता वह खाना-सोना
आसान नहीं एक शिक्षक होना।
आज शिक्षा का स्तर कम हो रहा है
शिक्षण, केवल कमाई का साधन बन रहा है।
सरकारी शिक्षक बनने की होड़ लगी है
हर गली, हर नुक्कड़ पे एक क्लास खुली है।
“शिक्षक”, बनता नहीं, पैदा होता है
सच्चा शिक्षक परमेश्वर का स्वरूप होता है।
लोभ लालच को पड़ता है खोना
इसलिए, आसान नहीं एक शिक्षक होना।
आसान नहीं एक शिक्षक होना।
meना
Happy Teacher’s Day.
Sunday, September 5, 2021
शिक्षक
०५/०९/२०२१
जो बच्चों की मन रूपी मिट्टी में
ज्ञान के बीज बोए, वह है शिक्षक।
उन बीजों को स्नेह की छाया और
डाँट की धूप से सींचे, वह है शिक्षक।
फिर उस पौधे को मार्गदर्शन की
देखभाल से पेड़ बनाए, वह है शिक्षक।
जो कभी गुरु, कभी अभिभावक तो
कभी सखा बन साथ चले, वह है शिक्षक।
meना
"Happy Teachers' Day"