Hindi Poems... more feelings than words.....
आज जहाँ नज़र दौड़ाओ वहाँ हर रिश्ता फीका या कमज़ोर
दिखाई देता है; चाहे वह माता-पिता और बच्चों का हो,
भाई-बहन, पति-पत्नी या दोस्ती का।
इसी बात से प्रेरित होकर मैंने अपनी यह कविता लिखी है।
आशा करती हूँ आप भी इस बात से सहमत होंगे।
धन्यवाद 🙏🏻
What a thought.
Thank you 🙏🏻
Applauds
Very well said
very nice di
very nice ma'am
Thank you Rahul 🙏🏻
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ReplyDeleteThank you 🙏🏻
DeleteApplauds
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