Thursday, October 13, 2022

ऐसा क्यूँ?

आज जहाँ नज़र दौड़ाओ वहाँ हर रिश्ता फीका या कमज़ोर 

दिखाई देता है; चाहे वह माता-पिता और बच्चों का हो, 

भाई-बहन, पति-पत्नी या दोस्ती का। 

इसी बात से प्रेरित होकर मैंने अपनी यह कविता लिखी है।

आशा करती हूँ आप भी इस बात से सहमत होंगे।

धन्यवाद 🙏🏻


meना 

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