Monday, February 24, 2020

पा-गल

२४/०२/२०२०

            पा-गल 


पा-गल, पा-गल सब कहें,
गल पाया न कोय
जो गल रब की समझ गया,
ते पागल रह्या न कोय

meना 
(संत कबीर के दोहों से प्रेरित होकर।)
(Inspired by Sant Kabir's verses)

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